The Holographic Universe - A Simulated Reality
यदि ये कहा जाये कि हमारे सारे अहसास नकली हो या फिर ये हमारे दिमाग की एक प्रोग्रामिंग ही हो तो ? क्या ऐसा नही हो सकता कि हम किसी के प्रोग्राम किये गए कंप्यूटर का ही हिस्सा हो ? क्या ऐसा नही हो सकता कि हम किसी के मनोरंजन का कोई पार्ट हो ? हो सकता हैं कि हम किसी के वीडियो गेम का हिस्सा हो ? अब सवाल ये उठता हैं कि एक कंप्यूटर कैसे मानव के हाव भाव, उसके अचार विचार को समेट सकता हैं ? हो सकता हैं कि हमे जो कुछ भी नजर आता हो , उसे पहले ही तय कर दिया गया हो कि उसे वैसा होना हैं। क्या हम किसी मैट्रिक्स वर्ल्ड में या किसी होलोग्राफिक यूनिवर्स में रह रहे है ? इन सारे सवालो के जवाब आपको infinitystream.tv की डॉक्यूमेंटरी में मिल जायेंगे इसीलिए इसे अंत तक देखे।
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